दावत ए इफ्तार से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है: तहजीबुल हसन
रांची: मस्जिद जाफरिया रांची में पूरे एक महीना इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है। हर दिन किसी ना किसी की तरफ से इफ्तार का आयोजन किया जाता है। मंगलवार को रमजान-उल-मुबारक के 17 वां रोजा के मौके पर समाजसेवी सैयद समर अली जाफरी के द्वारा इफ्तार का आयोजन किया गया। जिसमे रांची शहर के मशहूर आलिम मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी ने सभी रोजेदारों के साथ अल्लाह तबारक व ताला के बारगाह में हाथ उठाकर देश व दुनिया की अमनचैन, राज्य की खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। दावत ए इफ्तार में मुस्लिम समाज के बड़े-बुजूर्ग, नौजवान ने बड़ी संख्या में शिरकत की। मगरिब की अजान सुनकर सभी रोजेदारों ने एक साथ रोजा इफ्तार किया। मौलाना तहजीबुल हसन ने बताया कि रमजान-उल-मुबारक का यह पाक व पवित्र महीना रहमतों व बरकतों से भरपूर है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है। अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है। इस प्रकार का इफ्तार पार्टी का आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। सैयद समर अली ने बताया कि मस्जिद जाफरिया के नमाजियों के द्वारा रमजान के पूरे महीना इफ्तार का आयोजन किया जाता है। जहां हर दिन सैंकड़ों रोजेदार इफ्तार में शामिल होते है। सैयद समर ने बताया कि दावत ए इफ्तार स्वर्गीय सैयद क़य्यूम अली जाफरी और बीबी रेहाना बेगम की याद में किया गया। इफ्तार के बाद मस्जिद जाफरिया में मजलिस का आयोजन हुआ। मौके पर सैयद शाहिद इमाम, अली इमाम, राजिम, सैयद अता इमाम, अमूद अब्बास, फ़राज़ अब्बास, सैयद जसीम रिज़वी, समेत सैंकड़ों लोग थे।
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