बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन

नई दिल्ली। यूरोपीयन फिल्म मार्केट (ईएफएम) के निदेशक श्री मैथिजिस राउटर नोल ने बर्लिन अतंर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव 2019 में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बर्लिन में भारतीय दूतावास में मिशन उप-प्रमुख परमिता त्रिपाठी और ईएफएम के बिक्री एवं तकनीकी विभाग के प्रमुख पीटर डमश भी मौजूद थे। फिल्मोत्सव महानिदेशालय में अपर महानिदेशक चैतन्य प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में फिल्म विभाग के निदेशक जी.सी. अरॉन सहित भारतीय प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने ईएफएम के प्रतिनिधियों को इफ्फी के स्वर्ण जयंती समारोह के महत्व, भारत में फिल्म निर्माण को आसान बनाने की सरकार की नई नीति, फिल्म सुविधा केन्द्र की स्थापना, फिल्म शूटिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन करने हेतु वेबपोर्टल के शुभारंभ और सिनेमैटोग्राफी एक्ट में संशोधन के जरिए फिल्म पाइरेसी को रोकने की सरकार की कोशिशों के बारे में बताया। इस अवसर पर ईएफएम के निदेशक नोल ने कहा कि ईएफएम से जुड़े लोग इफ्फी के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के बारे में गंभीरता से विचार करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इफ्फी समारोह में भागीदारी से भारतीय हितधारकों और फिल्म उद्योग को भविष्य में बर्लिन के आयोजकों के साथ परस्पर संबंध मजबूत करने में मदद मिलेगी। मिशन उप-प्रमुख परमिता त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में फिल्म शूटिंग की संभावनाओं को और उजागर करने सहित इफ्फी 2019 और बर्लिन फिल्मोत्सव में भागीदारी से संबंधित सभी क्षेत्र में व्यवहार्य विनिमय को बढ़ावा देने के लिए बर्लिन में भारतीय मिशन भविष्य में भारतीय और जर्मन हितधारकों के साथ लगातार सम्पर्क में रहेगा। उद्घाटन से पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल और बर्लिन फिल्मोत्सव के उत्सव निदेशक कार्लो चेट्रियन ने इफ्फी गोवा 2019 में भागीदारी को लेकर भावी सहयोग के संबंध में विचार विमर्श किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि बर्लिन के भावी संस्करणों में भारत सरकार और अन्य हितधारकों की सक्रिय भागीदारी और बढ़ेगी। भारतीय उद्योग परिसंघ के सहयोग से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय जर्मनी के बर्लिन में 7 फरवरी से 17 फरवरी, 2019 तक चलने वाले बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव में भाग ले रहा है। विदेशी बाजार में भारतीय सिनेमा को लोकप्रिय बनाने और व्यापार की नई संभावनाओं को तलाशने के लिए इस उत्सव में भारतीय पवेलियन की स्थापना की गई है। बर्लिन 2019 में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य भाषीय, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता से परे भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देना है ताकि फिल्म वितरण, निर्माण, भारत में फिल्मांकन, कथानक विकास और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को जोड़ा जा सके, इससे भारत में फिल्म क्षेत्र के विकास के गति में तेजी लाने में मदद मिलेगी।

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