फार्मेसी डिपार्टमेंट मेडिकल साइंस का रीढ़ का हड्डी है: राधा चरण सिंह

ओरमांझी:(एहसान राजा)गुरुवार को विकास इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी नेवरी विकास में फार्मेसी एजुकेशन डे धूम-धाम से मनाया गया । कार्यक्रम का सुभारंभ विकास इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी के डायरेक्टर, राधा चरण सिंह, प्रिंसिपल, कौशल कान्त वर्मा पारामेडिकल के प्रिंसिपल डा० ए०पी० सिंह, वाईस प्रिंसिपल एस० के० तिवारी, एवं विकास इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी के सभी फैकल्टी एवं स्टाफ द्वारा सामूहिक रूप द्वीप प्रज्वलित एवं केक काटकर कर किया गया। मौके पर छात्रों द्वारा फादर ऑफ इंडियन फार्मेसी प्रोफेसर एम०एल०स्रोफ़ की जीवनी, मेडिसिन में उनके योगदान एवं रास्ट्रीय फार्मेसी एजुकेशन डे की महत्ता पर प्रकाश डाला गया, इस मौके पर विकास इंस्टीच्यूट ऑफ फार्मेसी के निदेशक राधा चरण सिंह ने सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए छात्रों को रास्ट्रीय फार्मेसी एजुकेशन डे पर बधाई दिए एवं फादर ऑफ इंडियन फार्मेसी प्रोफेसर एम॰एल॰स्रोफ़ की जीवनी पर छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि प्रो. एमएल श्रॉफ को भारत में फार्मेसी शिक्षा के जनक के रूप में जाना जाता है। वे निश्चित रूप से इस देश में काम करने वाले सभी फार्मासिस्टों के लिए एक आदर्श हैं, चाहे उनकी शाखाएँ और कर्तव्यों की विविधता कुछ भी हो। उन्होंने भारत में फार्मेसी शिक्षा के निर्माण में एक महान भूमिका निभाई. उन्होंने फार्मेसी पेशे के अन्य पहलुओं के विकास में भी योगदान दिया। प्रो. श्रॉफ ने अपने प्रयासों से 1940 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एम. फार्मा शिक्षा शुरू की। धीरे-धीरे, भारत में विभिन्न स्थानों पर फार्मेसी शिक्षा का प्रसार हुआ।

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