डीएवी स्कूल के विद्यार्थियों ने छठ पूजा गीत पर शानदार प्रस्तुति दी, पारंपरिक परिधान में छात्राओं ने अर्घ्य भी दी.

यह पर्व हमें नदियों और जलाशयों की स्वच्छता का पालन करने की प्रेरणा देता है: पूनम दूबे

ओरमांझी: प्रखण्ड क्षेत्र स्थित डीएवी स्कूल मुन्ना पतरा चकला ओरमांझी में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर स्कूली बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई. पूरी तन्मयता से छठ महापर्व का मंचन किया. बच्चों ने अर्घ्य देने से लेकर पारण तक पूरी प्रक्रिया बेहतरीन ढंग से की. कार्यक्रम के दौरान शिक्षिकाओं ने छठ गीत गाए और छोटे बच्चों ने पारंपरिक परिधान में सूर्यदेव को अर्घ्य देकर महापर्व को संपन्न किया.बच्चों के द्वारा इस प्रस्तुति से हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया. आस्था से भरे इस छठ गीत को बच्चों के मुंह से सुनकर सभी तारीफ कर रहे थे. गीत प्रस्तुत करने वाले सभी बच्चे क्लास 1 से लेकर 8 वीं कक्षा तक के हैं. विद्यालय के प्रांगण में छात्रों ने छठ पूजा की झांकी प्रस्तुत की. कार्यक्रम का नेतृत्व प्राचार्या पूनम दूबे ने किया. मौके पर प्राचार्या पूनम दूबे ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यह पर्व बिहार की सांस्कृतिक धरोहर है. हमें जल की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखने का संदेश देता है. छठ पूजा में जल का विशेष महत्व है और यह पर्व हमें नदियों और जलाशयों की स्वच्छता का पालन करने की प्रेरणा देता है. स्वच्छता से ही बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है और यह बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण सीख है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक त्यौहार नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति की भावनाएं हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बच्चे बच्चियों ने सराहनीय भूमिका निभाई।

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