एनिमेशन की दुनिया किसे पसंद नहीं लेकिन अगर इसे बनाने का मौका मिले तो हर कोई इसमे हाथ आजमाना चाहेगा। डिजिटल मल्टीमीडिया, एनिमेशन और गेमिंग ऐसी चीजें है जो आपके हुनर को दुनिया के सामने लाती हैं और इसके साथ ही आपको रोजगार का अवसर भी दिलाती हैं। आइएं आपको सिखाते इसमे कमाई के कुछ गुर…
इसमें कंप्यूटर तकनीक के जरिये टेक्स्ट ग्राफिक्स, एनीमेशन ऑडियो और वीडियो जैसे घटकों के उचित संयोजन से एंटरटेनमेंट मूवीज से लेकर एनीमेशन गेम्स, इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया प्रोग्रामिंग और वेब कंटेंट डेवलपमेंट तक में इसके इस्तेमाल का व्यापक दायरा है। इसी तरह गेमिंग उद्योग में भविष्य में लाखों प्रोफेशनल्स की डिमांड होगी।
ट्रेनिंग एवं कोर्स:- मल्टीमीडिया में सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर तीन से चार वर्ष के बैचलर डिग्री कोर्स भी उपलब्ध हैं। एनआईडी एनिमेशन फिल्म डिजाइन, फिल्म एंड वीडियो कम्युनिकेशन, ग्राफिक डिजाइन और न्यू मीडिया डिजाइन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध कराता है। बीएसएसी एवं एमबीए इन एनिमेशन, बीए इन 3डी एनिमेशन एंड विजुअल इफेक्टस, सर्टिफिकेट इन फिल्म मेकिंग जैसे कोर्स भी खूब प्रचलन में हैं। इसके अलावा बैचलर इन मल्टीमीडिया, बैचलर इन एनिमेशन, बैचलर इन डिजिटल मीडिया, बैचलर इन गेम्स एंड इंट्रैक्टिव मीडिया डिजाइन, बैचलर इन ग्राफिक डिजाइन, बैचलर इन विजुअल कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया एंड एनिमेशन जैसे कोर्स कर करियर को नया आयाम दिया जा सकता है।
आवश्यक योग्यता:- एनिमेशन और मल्टीमीडिया में अगर आप करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं किसी भी संकाय यानी आर्ट्स, साइंस व कॉमर्स में 50 फीसदी के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। उसके बाद ग्रेजुएशन और डिप्लोमा कोर्स में दाखिला मिलता है।
संभावनाएं:- इस क्षेत्र से जुड़े पेशेवर दक्षता हासिल कर एडिटर, कंटेंट प्रोवाइडर, एनिमेटर, डिजाइनर, ग्राफिक आर्टिस्ट, इलस्ट्रेटर, ऑपरेटर, मल्टीमीडिया डेवलपर, मल्टीमीडिया सिस्टम एनालिस्ट, प्रोड्यूसर, पब्लिशर, प्रोग्रामर, प्रोजेक्टर मैनेजर, साउंड टेक्निशियन, वीडिया टेक्निशियन समेत और भी कई तरह से काम कर सकते हैं। इसके अलावा एडवरटाइजिंग, रिटेल डिजाइन, मल्टीमीडिया एंव वेब डिजाइन, एनिमेशन, इलेक्ट्रॉनिक व न्यूज मीडिया और फिल्मों में भी इस क्षेत्र से जुड़े प्रोफेशनल्स के लिए रोजगार के विकल्प उपलब्ध हैं।
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