रांची। रांची के सांसद सह रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ के प्रयास से 68 करोड रुपए की लागत से बनने वाले लाइब्रेरी का कार्य प्रगति पर है। श्री संजय सेठ ने अपने प्रथम कार्यकाल में इस लाइब्रेरी की स्थापना का प्रयास आरंभ किया था और कोल इंडिया लिमिटेड के सीएसआर निधि से इसके निर्माण को स्वीकृति दिलाई थी। इसके उपरांत मोराबादी रांची विश्वविद्यालय परिसर में इसका निर्माण आरंभ हुआ है। उपरोक्त लाइब्रेरी निर्माण का निरीक्षण आज केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने किया। इस दौरान उनके साथ विधायक श्री समरी लाल और रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा भी मौजूद थे। रक्षा राज्य मंत्री ने निर्माणाधीन लाइब्रेरी की जानकारी ली और इसके निर्माण होने के समय सीमा के विषय में पूछा। कुलपति ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि 2025 तक यह लाइब्रेरी पूर्ण हो जाएगा। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि रांची में एक बड़ी लाइब्रेरी हो, यह उनका सपना था। जहां सिर्फ रांची ही नहीं बल्कि राज्य और देश भर के युवा आकर अध्ययन अध्यापन का कार्य कर सके। उनका सपना मूर्त रूप ले रहा है। यह लाइब्रेरी पूर्वी भारत की सबसे बड़ी लाइब्रेरी होगी, जहां एक साथ 5000 लोग बैठकर अध्ययन अध्यापन के साथ विभिन्न विषयों पर परिचर्चा कर सकेंगे। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने इस लाइब्रेरी के निर्माण को स्वीकृति प्रदान करने के लिए विशेष रूप से तत्कालीन कोयला मंत्री श्री प्रहलाद जोशी जी के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि श्री प्रहलाद जोशी जी ने मेरे विचार को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए पहल की और उसका परिणाम है कि रांची के युवाओं को हम एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। यह लाइब्रेरी तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगी, जहां कैफेटेरिया भी होगा। बैठने की जगह भी होगी। बच्चों के लिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अध्ययन अध्यापन की सुविधा और स्थान उपलब्ध होगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र को नया मुकाम देने में रांची की यह लाइब्रेरी मिल का पत्थर साबित होगी।
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