झारखंड : बैंककर्मियों की हड़ताल से राज्य की आठ हजार शाखाओं पर लटके रहे ताले

रांची : बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंककर्मियों की दो दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल के परिणामस्वरूप आज झारखंड के सभी सरकारी बैंक कर्मचारी बंद रहे। राज्य के बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने हड़ताल का समर्थन किया, जिससे बैंकों में कामकाज ठप रहा। हड़ताल के वजह से झारखंड के 12 सरकारी बैंकों के आठ हजार शाखाओं पर ताले लटके रहे। रांची में भी बैंक कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। 
सोमवार यूनियन की हड़ताल का समर्थन करने पहुंचे सरकारी बैंक के कर्मचारियों ने बताया कि केंद्रीय संगठन के आह्वान पर झारखंड में भी दो दिन तक सभी सरकारी बैंक बंद रहेंगे। उनका कहना है कि जिस प्रकार से बैंकों का निजीकरण हो रहा है, इससे सिर्फ बैंक कर्मचारियों को ही नहीं बल्कि आम लोगों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि केसीसी, मुद्रा लोन, केवाईसी सहित विभिन्न सरकारी कागजात बैंकों से ही बनते हैं। ऐसे में बैंकों का निजीकरण हो जाता है तो सिर्फ सरकारी बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों को ही नहीं बल्कि लोगों को सभी सरकारी सुविधाएं भी मिलना बंद हो जाएगी। कर्मचारियों ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो अपने केंद्रीय संगठन के आह्वान पर हम लोग आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे, जिसकी सरकार जिम्मेदार होगी। 
ग्रामीण बैंक के अधिकारी नवल किशोर वर्मा ने बताया कि सोमवार को बैंककर्मियों ने रांची स्थित प्रधान कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। हड़ताल के कारण मार्च क्लोजिंग पेमेंट करने की समस्या से व्यापारियों सहित आम लोगों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ी। इस हड़ताल में यूनाइटेड फ्रंट और बैंक यूनियंस, ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन, आल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन, नेशनल कंफेडरेशन आफ बैंक एंप्लाइज, आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन और बैंक एंप्लाइज कंफेडरेशन आफ इंडिया के सदस्य शामिल थे। 

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