झारखंड में विहिप कार्यकताओं को झूठे केस में फंसा रही है प्रशासन : केशव राजू

रांची । विश्व हिन्दू परिषद (विहिप ) के प्रांत संगठन मंत्री केशव राजू ने कहा कि झारखंड में प्रशासन की ओर से हिन्दू समाज और विहिप कार्यकताओं को जानबूझकर झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। राजू शनिवार को प्रांत कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड में धर्मांतरण निषेध कानून 2017 से पारित है। इसके बावजूद हिन्दू भाई-बहनों को धोखे से फंसाकर तथा बहला फुसलाकर धर्मांतरण का खेल बेरोकटोक जारी है। लव जिहाद, लैंड जिहाद, जनसंख्या जिहाद तेजी से चल रहा है।

उन्होंने कहा कि झारखंड में पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से झारखंड गोवंश हत्या निषेध अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में गोवंश की हत्या कर गोमांस की बिक्री हो रही है। साथ ही हत्या के लिए गोवंश की झारखंड तथा बंगाल में तस्करी की जा रही है। यदि कहीं हिन्दू समाज की ओर से पुलिस प्रशासन को कसाइयों को पकड़ने के लिए कहा जाता है तो उल्टा उन्हीं को झूठे केस मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की कार्यवाही की जाती है। 

राजू ने कहा कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से जनसंख्या में असंतुलन की समस्या आ गयी है। घुसपैठियों को आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड भी धड़ल्ले से बन रहा है, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। जिस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि घुसपैठ पर झारखंड सरकार जल्द से जल्द रोक लगाए। साथ ही एनआरसी लागू करे।

उन्होंने राज्य सरकार की ओर से अब तक धार्मिक न्यास बोर्ड और गोरक्षा आयोग का गठन ना करना हिन्दू समाज के लिए चिंता का विषय बताया। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि देवघर, रांची, इटखोरी और रजरप्पा में दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों के लिए धार्मिक भवन का निर्माण कराया जाये। साथ ही तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे ही झारखंड में भी अर्चक, पुजारी, पाहन पुजारियों को मानदेय निर्धारित किया जाये।

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