नई दिल्ली: दिल्ली का सियासी तापमान इन दिनों काफी गर्म है. जहां एक ओर आम आदमी पार्टी गठबंधन के लिए गुहार लगा रही है तो वहीं गठबंधन करें या नहीं इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर फूट दिख रही है. लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुट होते विपक्ष को देखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर साथ चुनाव लड़ने की अपील करने कांग्रेस के पास गए, लेकिन कांग्रेस ने साफ मना कर दिया. फिर क्या था केजरीवाल तब तो बहुत बेआबरू होकर कांग्रेस के कूचे निकल गए और उसपर बीजेपी के साथ परोक्ष रूप से गठबंधन करने का आरोप भी लगा दिया, लेकिन अब एक बार फिर हरियाणा और पंजाब में साथ चुनाव लड़ने की अपील कांग्रेस से की है. हालांकि पंजाब में भी अमरिंदर सिंह ने गठबंधन की बात को नकार दिया है.इसी बीच कांग्रेस के दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको का एक ऑडियो वायरल हुआ है. इस ऑडियो में वह दिल्ली की जनता से पूछ रहे हैं कि क्या बीजेपी को हराने के लिए दिल्ली में कांग्रेस और AAP का गठबंधन होना चाहिए? उनके इस ऑडियो के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या दिल्ली कांग्रेस के अंदर किसी तरह की कोई फूट तो नहीं ?
पीसी चाको के ऑडियो में क्या है?
वायरल हुए ऑडियो क्लिप में पीसी चाको की आवाज बताई जा रही है. ऑडियो में कहा जा रहा है, ”मैं पीसी चाको दिल्ली कांग्रेस का प्रभारी बोल रहा हूं. बीजेपी हराने के लिए कांग्रेस पार्टी को आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना चाहिए? हां के लिए एक दबाएं, ना के लिए दो दबाएं.”
इस ऑडियो के आने के बाद से ही फिर एक बार गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई और साथ ही यह बात भी होने लगी है कि क्या दिल्ली कांग्रेस में AAP से गठबंधन को लेकर दो मत थी ?
शीला दीक्षित गठबंधन के पक्ष में नहीं तो वहीं अजय माकन ने कहा–सब राहुल के आदेश से हो रहा है
इस ऑडियो के वायरल होने के बाद जब शीला दीक्षित से AAP के साथ गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”मैं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हूं. आप के साथ गठबंधन को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं है. अगर कुछ ऐसा हो रहा है तो वह ठीक नहीं है. शीर्ष नेतृत्व ने जब साफ कर दिया है कि आप के साथ गठबंधन नहीं होगा तो कहां से यह बात उठ रही मुझे नहीं मालूम.”
दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन का बयान शीला दीक्षित के बयान से बिलकुल अलग है. माकन ने कहा, ”52,000 कार्यकर्ताओं से शक्ति ऐप के जरिए सर्वे किया जा रहा है. इसकी निगरानी सीधे राहुल गांधी के पास है और इसका साफ अर्थ है कि उनके आदेश से ही यह सर्वे हो रहा है. सर्वे पर कोई सवाल उठाता है तो यह सीधे तौर पर राहुल गांधी पर सवाल है. माकन का बयान शीला दीक्षित की उस टिप्पणी पर हमले के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें सर्वे के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
शीला दीक्षित और अजय माकन के बयान से साफ पता चलता है कि दिल्ली कांग्रेस AAP से गठबंधन को लेकर दो धारनाएं हैं. एक तरफ शीला दीक्षित इसके विरोध में हैं तो वहीं दिल्ली में पार्टी के अन्य बड़े चेहरे जैसे अजय माकन और पीसी चाको इसके समर्थन में दिख रहे हैं.
बता दें कि दिल्ली में 7 लोकसभा सीटें हैं और इन सीटों पर मतदान 12 मई को होंगे. यहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है
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