टेकलाल महतो की विरासत बचाने के लिए भिड़ेंगे तीन भाई

हजारीबाग । हजारीबाग जिला के मांडू विधानसभा क्षेत्र का चुनाव इसबार काफी रोचक होने वाला है। इस विधानसभा क्षेत्र में पहली बार दो सगे सहित तीन भाई एकसाथ विभिन्न राजनीतिक दलों से अपनी किस्मत आजमाएंगे। साथ ही 6 बार यहां से विधानसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व विधायक स्व. टेकलाल महतो की विरासत को बचाने के लिए तीनों भाई एक-दूसरे को चुनावी टक्कर देंगे।

माण्डू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने राज्य के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। जयप्रकाश भाई पटेल के बड़े भाई राम प्रकाश भाई पटेल को महागठबंधन से झामुमो उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया है। पिछले चार चुनावों से किस्मत आजमा रहे चंद्रनाथ भाई पटेल एकबार फिर झाविमो से इस विधानसभा क्षेत्र में चुनावी समर में भिड़ेंगे।

गौरतलब है कि तीनों ने टेकलाल महतो के साथ रहकर राजनीति की शिक्षा पाई। 2004 में गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से यूपीए उम्मीदवार के रूप में लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद मांडू विधानसभा क्षेत्र से टेकलाल महतो ने अपने बड़े पुत्र रामप्रकाश भाई पटेल को झामुमो से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि टेकलाल महतो का भतीजा चंद्रनाथ भाई पटेल उनके साथ रहकर राजनीति का काम देखा करता था। उसे उम्मीद थी कि 2004 में संसदीय चुनाव जीतने के बाद चाचा मांडू विधानसभा सीट से अपनी विरासत को बचाने के लिए उसे ही चुनाव लड़ाएंगे। पुत्र मोह के कारण टेकलाल महतो ने इस सीट से बड़े पुत्र राम प्रकाश भाई पटेल को झामुमो से चुनाव लड़ाया। टेकलाल महतो के इस निर्णय से क्षुब्ध होकर चंद्रनाथ भाई पटेल निर्दलीय चुनाव लड़ गए। नतीजतन दो भाइयों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में जदयू के खीरू महतो को 2005 में जीत मिली।

2009 के चुनाव में गिरिडीह से लोकसभा चुनाव हारने के बाद टेकलाल महतो फिर से झामुमो से मांडू से विधानसभा चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। इस चुनाव में भी उनका भतीजा चंद्रनाथ भाई पटेल भाकपा माले की टिकट पर चुनाव लड़ा। 2011 में विधायक टेकलाल महतो के असामयिक निधन से खाली हुई इस सीट पर झामुमो ने टेकलाल महतो के छोटे पुत्र जयप्रकाश भाई पटेल को उम्मीदवार बनाया। जयप्रकाश भाई पटेल बड़ी जीत के अंतर से चुनाव जीतने में सफल रहे, तब भी चंद्रनाथ भाई पटेल भाकपा माले से चुनाव लड़े और चौथे स्थान पर रहे। 2014 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जयप्रकाश भाई पटेल और चंद्रनाथ भाई पटेल आमने-सामने दिखे। जयप्रकाश भाई पटेल झामुमो से चंद्रनाथ भाई पटेल झाविमो से उम्मीदवार बनाए गए। भाजपा ने कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए कुमार महेश सिंह को यहां से चुनाव लड़ाया। पूर्व मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल 2014 के चुनाव में भी विजयी हुए। चंद्रनाथ भाई पटेल को इस चुनाव में भी तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।

2019 के विधानसभा चुनाव में अब तीनों भाई एकबार फिर आमने-सामने दिखेंगे। भाजपा से उम्मीदवार बने वर्तमान विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को चुनाव में हराने की रणनीति के तहत झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने उनके बड़े भाई राम प्रकाश भाई पटेल को ही पार्टी का उम्मीदवार बना दिया है। ऐसे में इसबार तीनों भाई इस सीट पर गुत्थमगुत्था  करते नजर आएंगे। इधर कुमार महेश सिंह भाजपा से टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। दूसरी ओर निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो आजसू से उम्मीदवार बने हैं। देखना यह है कि टेकलाल के दोनों पुत्रों में से कौन उनकी विरासत को बचाने में सफल रहता है या फिर भतीजा चंद्रनाथ भाई पटेल विरासत की रक्षा कर पाएंगे। चर्चा यह भी है कि आजसू के तिवारी महतो या फिर निर्दलीय कुमार महेश सिंह चुनाव को रोचक बनाएंगे।

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