महागठबंधन ने वामदलों को जोर का झटका धीरे से दिया

रांची ।  झारखंड में महागठबंधन ने वामदलों को जोर का झटका धीरे से दिया। कई बार बातचीत होने और आश्‍वासन के बाद उन्‍हें कोई सीट नहीं दी। गठबंधन का एक घटक राजद कम सीट मिलने से पहले से ही नाराज है। वैसे, वामदलों ने आपस में एक अलग गठबंधन बना लिया है। जनाधार के हिसाब से उन्‍होंने सीट का बंटवारा भी कर लिया है। सोमवार को भाकपा माले अपने प्रत्‍याशि‍यों की घोषणा भी करेगा।

जानकारी हो कि महागठबंधन में भाकपा अपनी जगह तलाश रहा था। उनके महासचिव डी राजा ने दिल्‍ली में झामुमो के कार्यकारी अध्‍यक्ष हेमंत सोरेन से बात भी की थी। वे हजारीबाग सीट चाहते थे। होली की बधाई देने के बहाने भाकपा के पूर्व सांसद भुवनेश्‍वर प्रसाद मेहता भी रांची में कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय से मिले थे। उनसे हजारीबाग सीट छोड़ने का आग्रह किया था। लगातार प्रयास के बाद भी पार्टी की झोली खाली रही।

वामदलों ने तय किया है कि वे महत्वपूर्ण संसदीय सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ेगी। जिन सीटों पर वामदलों के प्रत्‍याशी नहीं लड़ेंगे, उनपर भाजपा को हराने के लिए अभियान चलाएंगे। माकपा राजमहल, मासस धनबाद, भाकपा माले कोडरमा और पलामू, भाकपा हजारीबाग संसदीय सीट पर चुनाव लड़ेगी।

 

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