श्रीदेवी के चाहने वाले नहीं भूले उनका 56वां जन्मदिन

चांदनी, लम्हे, नागिन, चालबाज, सदमा और हाल ही में आई इंग्लिश-विंग्लिश और मॉम जैसी कई फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग के लिए जाने जानी वाली श्रीदेवी का 13 अगस्त यानी आज श्रीदेवी का 56वां जन्मदिन है। आज ही के दिन 1963 में शिवाकाशी में उनका जन्‍म हुआ था। श्रीदेवी को भारतीय सिनेमा की पहली सुपरस्टार महिला के रूप में जाना जाता है। श्रीदेवी के चाहने वालों की कमी आज भी नहीं हैं, इसलिए तो फैन्स श्रीदेवी का 56वां जन्मदिन नहीं भूले और लोग श्रीदेवी को सोशल मीडिया पर बर्थडे विश कर रहे हैं। लोग फिल्मों में उनके योगदान की गुणगान कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं । अपनी अदाओं से हर किसी पर बिजली गिराने वाली इस बेहतरीन अदाकारा के बारे में किसी ने ये नहीं सोचा था कि वह हमें छोड़कर इतनी जल्दी दुनिया को अलविदा कह देगी। 24 फरवरी 2018 की वो काली रात जिसने हिंदी सिनेमा की एक बेहतरीन अदाकारा को हमारे बीच से छीन लिया। श्रीदेवी की मौत की खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया था। 50 साल के अपने फिल्मी करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी । श्रीदेवी अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन परदे पर निभाए उनके किरदारों का उनके चाहने वालों के जेहन से जुदा होना नामुमकिन है। 24 फरवरी 2018 के दिन दुबई में एक शादी समारोह में अपने पति बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी के साथ शामिल होने श्रीदेवी गई थी। लेकिन किसी को पता नहीं था कि वो वहां से वापस अपने वतन सिर्फ एक मिट्टी के रुप में वापस आएगी। शादी के बाद बोनी कपूर और खुशी मुंबई लौट आए थे लेकिन श्रीदेवी एक होटल में वहीं रुक गई थीं बाद में बोनी श्रीदेवी को सरप्राइज देने दुबारा दुबई पहुंचे और उसी रात करीब 8 बजे बाथटब में डूबने से श्रीदेवी की सांसों ने उनका साथ छोड़ दिया था। श्रीदेवी का अचानक यूं जाना उनके चाहने वालों के साथ साथ पूरे परिवार के लिए किसी सदमे से कम नहीं था। श्रीदेवी के चाहने वालों के पास अब सिर्फ उनकी यादें हैं । श्रीदेवी की बातें हैं और फिल्मों में निभाए उनके किरदारों का कारवां है। इस दुनिया में अब श्रीदेवी की शोहरत की कहानियां ही रहने वाली हैं, उनके वजूद की अब सिर्फ निशानियां ही रहने वाली हैं। श्रीदेवी की जिंदगी में शोहरत की बुलंदी तो उस उम्र से दस्तक दे रही थी, जब उन्हें इसका इल्म तक नहीं था। आज की पीढ़ी ये जानकर हैरान रह जाएंगी कि श्रीदेवी को देखकर फिल्मों के रोल तभी से लिखे जाने लगे थे, जब उनकी उम्र 10 साल की भी नहीं थी। श्रीदेवी तब तमिल फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट थी। श्रीदेवी को पहली फिल्म कंडन करुनाई की शूटिंग के लिए उनके माता-पिता गोद में लेकर गए थे। वो श्रीदेवी 10 साल की होते होते सुपरस्टार बन गई। श्रीदेवी ने अपने वयस्क करियर की शुरुआत साल 1979 में हिंदी फिल्म सोलवां सावन से की थी। हालंकि उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म 1983 में आई फिल्म हिम्मतवाला से मिली। इस फिल्म में उनके अपोजिट जितेंद्र नजर आये थे। यह फिल्म 1983 ब्लॉकस्बस्टर फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में जितेन्द्र के साथ की। उसके बाद उनकी फिल्म तोहफा आई जिसने उस दौर में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।  1996 में निर्देशक बोनी कपूर से शादी के बाद श्रीदेवी ने फिल्मी दुनिया से अपनी दूरी बना ली थी। लेकिन इस दौरान वह कई टीवी शोज में नजर आई। श्री देवी ने साल 2012 में गौरी शिंदे की फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से रूपहले परदे पर अपनी वापसी की। हिंदी सिनेमा से कई वर्षों तक दूर रहने के बाद भी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में श्री देवी ने बेहतरीन अभिनय से आलोचकों और दर्शकों को  चौंका दिया था।श्रीदेवी ने पांच फिल्मफेयर पुरस्कार भी प्राप्त किये। 2013 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। सदमा, नागिन,निगाहें, मिस्टर इन्डिया, चालबाज, लम्हे, खुदागवाह और जुदाई उनकी प्रसिद्ध फिल्में हैं। अपने फिल्मी करियर में श्रीदेवी ने 63 हिंदी, 62 तेलुगु, 58 तमिल, 21 मलयालम तथा कुछ कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया।

This post has already been read 7823 times!

Sharing this

Related posts