नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को ‘भारतीय स्त्री विमर्श और महिलाओं पर भारतीय दृष्टिकोण’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। ईरानी ने महिला परिदृश्य में विषय रखते हुए अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार भारतीय विचारधारा में महिलाओं का स्थान सर्वोच्च रहा है।
दृष्टि-स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र और दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट कॉलेज द्वारा एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने अपने टेलीविजन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि कैसे अलग-अलग प्रकार की महिलाओं से मिलकर उन्होंने सीखा कि महिलाएं दुनिया जगत में अपनी पहचान बनाते हुए भी अपने परिवार को शक्ति, दृष्टि व दिशा दे सकती हैं।
कार्यशाला के प्रथम सत्र को साप्ताहिक अंग्रेजी पत्रिका ऑर्गनाइज़र के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने महिलाओं के परिप्रेक्ष्य में पश्चिमी विचार की पृष्ठभूमि विषय पर चर्चा की। फेमिनिज्म के विचार पर चर्चा करते हुए उन्होंने कई पश्चिमी आंदोलनों को समझाया एवं भारतीय परिप्रेक्ष्य में इन विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।
उद्धघाटन कार्यक्रम में मंच पर स्त्री शक्ति की राष्ट्रीय संगठन मंत्री मनीषा कोठेकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष गीता गोखले दृष्टि, महामंत्री अंजलि देशपांडे उपस्थित रहीं। कार्यशाला में देश के कई सामाजिक संगठनों में दायित्व निभा रहीं वरिष्ठ महिलाओं की भी सहभागिता रही।
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