सांसद मीनाक्षी लेखी ने हैदराबाद दुष्कर्म आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने का समर्थन किया

  • – शून्यकाल में कहा, पुलिस के हथियार सजाने के लिए नहीं

नई दिल्ली। लोकसभा में शुक्रवार को सांसद मीनाक्षी लेखी ने हैदराबाद में महिला डॉक्टर ‘दिशा’ को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जलाने के आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराए जाने का समर्थन किया है।  उन्होंने कहा कि पुलिस के हथियार सजाने के लिए नहीं हैं। शून्यकाल के दौरान नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने देश में रेप की घटनाओं को सनसनीखेज बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश की आबादी 130 करोड़ है और यहां ऐसे अपराधों की घटनाएं महज 5 -7 प्रतिशत होती हैं जबकि यूरोप और अमेरिका में अपराध प्रतिशत कहीं ज्यादा है। इसके बावजूद देश में हो रही घटनाओं को सनसनीखेज कर प्रस्तुत किया जाता है। हमें इस तरह के मामलों पर संवेदनशील होने की जरूरत है। मीनाक्षी लेखी ने निर्भया हत्याकांड के आरोपियों की फांसी में देरी के मुद्दे को उठाते हुए दिल्ली सरकार पर विलंब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि निर्भया हत्याकांड की जांच और कानूनी प्रक्रिया चार साल में समाप्त हो गई। तब भी तीन साल से उनको फांसी दिए जाने का मामला अटका हुआ है। तीन साल से दिल्ली सरकार इससे जुड़ी फाइल पर बैठी रही और अब जब एक अन्य मामला सामने आया तो सरकार सक्रिय हुई है। उन्नाव मामले में राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में पुलिस ने कार्रवाई की और दुष्कर्म के आरोपियों को भागने की कोशिश में मुठभेड़ में मार गिराया। इससे पता चलता है कि पुलिस के पास हथियार सजाने के लिए नहीं है।

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