धनबाद। आरपीएफ डीजीपी अरुण कुमार बुधवार को धनबाद पहुंचे। आरपीएफ की तरफ से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।उसके बाद रेलवे ऑडोटेरियम में रेलवे सुरक्षा सम्मेलन में शिरकत किया,चुनाव के दौरान बरती जाने वाली सुरक्षा सम्बन्धी सावधानियों से आरपीएफ के पदाधिकारियों को अवगत कराया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।पुनः धनबाद रेल मंडल के डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा ,सिमियर डीसीएम आशीष कुमार झा समेत रेलवे के तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि धनबाद रेल मंडल ने पिछले वर्ष आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस दिया है।वहीं आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट विनोद कुमार के निलंबन पर डीजी ने कहा कि इस मामले में जाँच जारी है। पुमरे मुख्य सुरक्षा आयुक्त की शिकायत पर कार्रवाई की गई है।उनके यहां रखने से जांच प्रभावित हो सकती थी इसलिए उनका।ट्रांसफ़सर किया गया है।कार्रवाई से आरपीएफ अधिकारियों में आक्रोश के सवाल परकहा कि मुझे ऐसा कोई आक्रोश अबतक दिखाई नही दिया है।उन्होंने कहा कि निस्पक्ष चुनाव कराने में आरपीएफ भी अहम भूमिका निभा रही है।कुल 75 कंपनीयां RPF की चुनाव डियूटी में लगाये गए हैं। चुनाव के दौरान अब तक ट्रेनों से सवा करोड़ रूपये आरपीएफ ने जप्त किये है । उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में नक्सलियों ने काफी नुक्सान पहुंचाया था। रेलवे इसबार नक्सल प्रभावित स्थानों को चिंहित कर विशेष सतर्कता बरतने की कोशिश करेगी। RPF आर्म्ड फाॅर्स की सुरक्षा पर टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बारे में बताते हुए कहा कि CCTV और बोडी कैमेरा का उपयोग किया जा रहा है। पांच जोन में साइबर सेल बनाया गया है। ताकि रेलवे में साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जा सके।
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