रक्षाबंधन गुरुवार को, चढ़ा होगा स्वतंत्रता दिवस का रंग

जोधपुर । भाई बहन के अटूट प्रेम का त्यौंहार रक्षाबंधन पर इस बार स्वतंत्रता दिवस का रंग चढ़ा रहेगा. रक्षाबंधन गुरुवार को है और स्वतंत्रता दिवस भी. इस बार 19 साल बाद रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाए जाएंगे. सावन के महीने में बहुत कई सालों के बाद 15 अगस्त के दिन चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र में स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन का संयोग बना है. इस दिन सुबह से ही सिद्धि योग बन रहा है, जिसके चलते पर्व की महत्ता और बढ़ गई है.

सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 2 मिनट से शाम 5 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. इस बार कई सालों बाद रक्षा बंधन के पर्व पर भद्रा का साया भी नहीं रहेगा. इसके चलते पूरे दिन राखी बांधी जा सकेगी. इसी दिन योगी अरविंद जयंती भी है. मदर टेरेसा जयंती और संस्कृत दिवस भी इसी दिन आ रहा है. परंपरागत तरीके से मनाये जाने वाले रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधेंगी और तिलक लगा कर रक्षा का वचन मांगेंगी. भाई भी रक्षा का वचन देते हुए उन्हें उपहार देंगे. इस बार अधिकांश भाइयों के हाथों में तिरंगा राखी बंधी दिखाई देगी.

रक्षाबंधन के एक दिन पहले आज जोधपुर का बाजार गुलजार नजर आ रहा है. दुकानें राखियों और मिठाई से सजी हुई हैं और बिक्री में बूम नजर आ रही है. उपहारों की भी जम कर खरीद हो रही है. छोटे बच्चे भी प्रचलित कार्टून के चित्र अंकित राखी पसंद कर रहे हैं. जिसमें डोरीमोन, मोटू पतलू के चित्र वाली राखी छोटे बच्चों की पसंद बनी हुई है. बदलते ट्रेड के हिसाब से रक्षासूत्र उपल्बध है. भाईयों के कलाई में बांधने के लिए रेशम के डोर के स्थान पर अब ब्रांडेड राखियों ने ले ली है. फैशन के बदलते दौर में अब हल्के व महंगे राखियों की मांग ज्यादा है. अभी बाजार में जरी मौली धागा, गोल्डन सिल्वर वाले राखी क्रिस्टल स्टोन, चंदन, रूद्राक्ष, स्टोन, लुंबा सहित अन्य ब्रांड की राखियां बाजार में उपल्बध है जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है. भाई बहनो के लिए उनकी मन पसंद गिफ्ट की खरीदारी कर रहे हैं. बाजार में चाकलेट, टैडी बियर, बार्बी डाल, ग्रिटिंग कार्ड, लेडिस पर्स, कान के झुमके, मैटल तथा स्टोन जडि़त चुडिय़ां, मेकअप किट सहित बडी मात्रा में आधुनिक मोबाईल, ईयरफोन, मोबाईल कवर, स्मार्ट वाच सहित अन्य गिफ्टों की भरमार बहनों के लिए है.

इन मिठाईयों की बढ़ी डिमाण्ड : परंपरागत मिठाईयों में पेड़ा, मिनी पेड़ा, काजु कतली, रसगुल्ला, घेवर, कलाकंद, मिल्क केक, रसमलाई, खोवा, छेना गुलाब जामुन, सोनपापड़ी सहित अन्य मिठाईयों की मांग ज्यादा रहती है. उन्होंने बताया कि डायफ्रुट से निर्मित मिठाईयों का चलन आज कल बढ़ा है. डिब्बा बंद ब्रांडेड कंपनियों की मिठाईयों को खरीदना पसंद कर रहे है.

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