डा एस एन यादव
राम प्यारी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
बरियातु(रांची)
मोच एक समान्य सी दर्द समस्या है,जिसमें हाथ या पैर के मांसपेशियों , लिगामेंट और जोड़ो में खिंचाव आ जाता है। मोच अक्सर कलाई, अंगूठा, घुटना और टखने में आती है।
खिंचाव मोच से अलग है।यह तंतु ( टेंडन) में चोट के कारण होता है। तंतु ऊतकों की बनी रेशेदार धागेनुमा रचना है जो मांसपेशियों को को हड्डी से जोड़ती है।डाकटरी भाषा मे खिचाव के विचित्र नाम रखे गए है।हेम्स्ट्रिंग स्ट्रेन (पैरों के पिछले हिस्से में खिचाव)हैं।गेस्ट्रोक्नीमियस और सोलस (घुटने से एड़ी तक जुड़ी मांसपेशियां मे खिचाव) लुंबर स्ट्रेन कमर में खिंचाव को कहते है।
मोच अधिकतम दो से तीन सप्ताह में ठीक हो जाता है।खिंचाव का उपचार छ: महीने तक चल सकता है।खिलाड़ी,एथलीट, डांसर, शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय लोगों को इस प्रकार की चोटें अधिक लगती हैं। मोटे ,थुलथुले को खिंचाव अधिक होता है।
क्या करें??दो- तीन दिन तक चोटिल पैर पर वजन न डालें। दिन में तीन-चार बार आइस पैक या बर्फ से सिंकाई करें। गर्म पानी से नहीं धोए। तेल और बाम से मसाज या मालिश नहीं कराना चाहिए। सपोर्ट बैंडेज या मोटे कपड़े की पट्टी टाइट से बांध देना चाहिए। बैठते और लेटते वक्त पैर को ऐसे रखना चाहिए कि टखने की ऊंचाई घुटने से अधिक रहे, इससे सूजन नहीं बढ़ेगा।
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