लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों के चेक पोस्टों पर निगरानी शुरू

रांची। लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड पुलिस ने राज्य से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रख रही है। उड़ीसा के सीमावर्ती और पश्चिम बंगाल रेड जोन क्षेत्र में 32 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सभी चेक पोस्टों पर आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। दोनों राज्यों की सीमा पर जलमार्ग और सड़क पर 14 चेक पोस्ट पर जांच शुरु हो गई है। नक्सल प्रभावित झारखंड, बिहार छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा पुलिस संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ अभियान भी चलाएगी। सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों की जानकारियों का भी एक दूसरे से अदान- प्रदान किया गया है। पुलिस ने यह कार्रवाई शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए शुरू की है। सीमावर्ती क्षेत्र पर बने चेक पोस्ट पर सभी वाहनों का रिकॉर्ड भी पुलिस तैयार कर रही है। पड़ोसी राज्यों और जिले की पुलिस एक दूसरे से लगातार संपर्क में है। इसके लिए झारखंड पुलिस के वरीय अधिकारी सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अफसरों के साथ लगातार बैठक कर एक दूसरे से सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव के पूर्व बेहतर इंटरस्टेट कोऑर्डिनेशन सिस्टम तैयार कर लिया गया है। इसका लाभ भविष्य में भी मिलेगा। झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराना बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि राज्य में माओवाद और उग्रवाद से मुक्त लोकसभा चुनाव कराने को लेकर पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बूथों की सुरक्षा के लिए जैप, जगुआर, आइटीबीपी, आईआरबी और सीआरपीएफ की 600 कंपनियां तैनात की जाएगी। इसके अलावा झारखंड पुलिस और होमगार्ड के जवान भी चुनाव में लगाए जाएंगे। चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित जिलों को तीन श्रेणियों सामान्य, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील में बांटा गया है। इसमें 200 कंपनी पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की जाएगी। सभी जिलों में हेलीकॉप्टर उतर सके ऐसी व्यवस्था करने का निर्देश भी जारी किया गया है। जिससे आपात स्थिति में कभी भी हेलीकॉप्टर की मदद ली जा सके। लगभग पांच हेलीकॉप्टर चुनाव कार्य में लगाए जाएंगे।

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