स्वास्थ्य संकट सुलझाने कोलकाता पहुंचे आईएमए अध्यक्ष ने चिकित्सकों के साथ की बैठक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत राज्य भर में स्वास्थ्य सेवाओं पर  विगत 5 दिनों से जारी गतिरोध सुलझाने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आएमए) के अध्यक्ष शांतनु सेन शनिवार सुबह कोलकाता पहुंचे हैं। वह सबसे पहले नीलरतन सरकार (एनआरएस) अस्पताल पहुंचे अस्पताल की प्रशासनिक जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारियों के साथ बैठक की।  इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों के साथ भी बैठक की। शांतनु सेन ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुर में सुर मिलाते हुए दावा किया है कि आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के बीच बाहरी लोग घुस गए हैं। उन्होंने कहा है कि मुझे भी लगता है कि जो डॉक्टर आंदोलन कर रहे हैं उनके बीच कुछ बाहरी लोग घुसे पड़े हैं जो अपने स्वार्थ के लिए डॉक्टरों को उकसा रहे हैं। उनका ब्रेनवाश कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। सेन ने जूनियर डॉक्टरों को यह सलाह दी है कि वे मुख्यमंत्री के बुलावे पर सचिवालय  जाएं और बैठक कर मामले का समाधान निकालें।  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने समय दिया है तो डॉक्टरों को निश्चित तौर पर जाना चाहिए। हालांकि जूनियर डॉक्टरों ने आपस में बैठक कर स्पष्ट कर दिया है कि वह राज्य सचिवालय में नहीं जाएंगे। डॉक्टरों ने राज्य में चल रहे स्वास्थ्य संकट के लिये मुख्यंंत्री ममता बनर्जी के कथित गैरजिम्मेदाराना रवैये को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि  अब समाधान के लिए मुख्यमंत्री को ही एनआरएस अस्पताल में आकर आंदोलनरत चिकित्सकों से बात करनी होगी। उल्लेखनीय है कि  मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों के  आंदोलन  के पीछे भाजपा और माकपा का हाथ होने की बात कही थी जिस पर चिकित्सकों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि  मुख्यमंत्री को अपना बयान वापस लेकर माफी मांगनी होगी। अस्पताल में सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती के लिए लिखित आश्वासन देना होगा, जिसके बाद ही हड़ताल खत्म करने के बारे में सोचा जा सकता है। इधर शांतनु सेन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों की मांगे मान ली हैं। उन्हें यह समझने के लिए सचिवालय में जाना होगा। इधर चिकित्सकों का आंदोलन खत्म कराने के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी कोशिशें तेज कर दी है। आरजीकर अस्पताल में शुक्रवार को इस्तीफा देने वाले चिकित्सकों में से कुछ वरिष्ठ डाक्टर शनिवार दोपहर के समय एनआरएस अस्पताल में पहुंचे। इन लोगों ने जूनियर डॉक्टरों को समझाने की कोशिश की है कि लंबे समय तक हड़ताल करना ठीक नहीं है। लोगों को चिकित्सा की जरूरत है। इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 48 घंटे का समय देकर डॉक्टरों की समस्याओं को सुलझाने का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद सोमवार से देश भर के डॉक्टर हड़ताल करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री डॉक्टरों के बीच आएंगी या नहीं इस बारे में सचिवालय की ओर से अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।

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