भगवत गीता को सरकारी ग्रन्थ करें घोषित, स्कूली बच्चों की पढ़ाई में हो शामिल : स्वामी परमानन्द

इटावा । इटावा महोत्सव एवं प्रदर्शनी के तत्वाधान में आयोजित गीता जयंती कार्यक्रम में हिन्दू धर्मगुरु परमानंद जी महाराज ने भारत सरकार से गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चों को कुरान पढ़ाने की तरह सरकारी विद्यालयों में बच्चों को गीता पढ़ाई जानी चाहिए। उनके अनुसार अगर बच्चों को बचपन से ही गीता के बारे में पढ़ाया जाएगा तो हमारा समाज संस्कारी और काबिल बनेगा।

यह बात उन्होंने महिलाओं के बढ़ते अपराधों को लेकर कही। 
गीता जयंती कार्यक्रम में भक्तों को ज्ञान वचन देते हुए स्वामी परमानन्द जी महाराज ने गीता के उपदेशों को सुनाते हुए शुद्ध आचरण में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज मे बुरी आदतों के चलते युवा पीढ़ी व्यसनों की आदि होती चली जा रही है इसी वजह से युवा अनियंत्रित होकर गलत कर्मों को अंजाम दे देते हैं। इसीलिए भारत सरकार से उनकी मांग है कि श्रीमद भगवत गीता को सरकारी ग्रन्थ घोषित कर उसे सरकारी और निजी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र—छात्राओं की यह पढ़ाई में शामिल किया जाए। ताकि हमारे देश की युवा पीढ़ी संस्कारी बने और बुरी आदतों से दूर रहे, जिससे अच्छे समाज का निर्माण हो। 

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