भ्रष्टाचार के मामले में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को तीन साल की सजा

पेरिस :  फ्रांस में पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाए जाने पर कोर्ट ने तीन साल जेल की सजा सुनाई है। सरकोजी को एक न्यायाधीश को रिश्वत देने की कोशिश करने के मामले में दोषी पाया गया है।

अदालत का यह फैसला फ्रांस के राजनीतिक नेतृत्व के लिए बड़ा झटका है। सरकोजी ने पूरे पांच साल दुनिया के मंच पर फ्रांस का प्रतिनिधित्व किया था।

मामले में सजा सुनाने वाली महिला न्यायाधीश ने कारावास की दो साल की अवधि निलंबित कर दी। अदालत ने सरकोजी को अधिकार दिया है कि वह अपनी एक साल की सजा इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट पहनकर आवास में काटने की अर्जी दे सकते हैं। इस अर्जी पर अन्य न्यायाधीश फैसला लेगा। इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट से उनकी मौजूदगी हर समय परखी जाती रहेगी। 

सरकोजी के साथ उनके वकील और पुराने मित्र थिएरी हरजोग और अवकाश प्राप्त न्यायाधीश गिल्बर्ट एजीबर्ट को भी दोषी ठहराया है। दोनों को तीन-तीन साल कैद की सजा सुनाई गई है। सरकोजी 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे थे। आधुनिक फ्रांस में वह दूसरे राष्ट्रपति हैं जिन्हें भ्रष्ट आचरण के चलते दंडित किया गया है। 

सरकोजी पर मुकदमा उनके राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म होने के बाद चला था। मामले में उन्होंने एक न्यायाधीश को 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध चंदा लेने के मामले में सूचना को दबाने के बदले मोनाको में अच्छी नौकरी देने का प्रस्ताव किया था। सरकोजी ने यह चंदा सौंदर्य प्रसाधन कंपनी के मालिक से लिया था। सोमवार को फैसला सुनाते हुए न्यायाधीश क्रिस्टीन मी ने कहा, सरकोजी ने अपने पद और संबंधों का गलत फायदा उठाते हुए यह प्रस्ताव दिया था।

राजनीति से दूर होने के बाद भी सरकोजी का कंजरवेटिव पार्टी में प्रभाव है। उन्हें अपनी सजा के खिलाफ अपील के लिए दस दिन दिए गए हैं। सोमवार को सजा सुनने के बाद सरकोजी चुपचाप अदालत से निकले और चले गए। हालांकि इससे पहले उन्होंने कुछ भी गलत करने से इन्कार किया था।

मालूम हो कि चुनावी फंडिंग मामले में पूछताछ के लिए पुलिस फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को हिरासत में भी ले चुकी है। निकोलस सरकोजी पर साल 2007 के चुनाव प्रचार के लिए लीबिया से धन लेने का भी आरोप है। साल 2013 में सरकोजी के खिलाफ चुनावी फंडिंग मामले में न्यायिक जांच शुरू की गई थी। सरकोजी पर यह भी आरोप है कि उन्‍होंने लीबिया के दिवंगत नेता मुअम्मर गद्दाफी से अवैध रकम ली थी। 

मालूम हो कि निकोलस सरकोजी फ्रांस में 2007 से 2012 तक राष्ट्रपति रहे हैं। उन्होंने हमेशा आरोपों से इनकार किया है। अभी पिछले ही साल सरकोजी के खिलाफ फोन टैपिंग घोटाले से संबंधित मुकदमे की सुनवाई अदालत में शुरू हुई है। सरकोजी और उनके वकील पर साल 2007 में मोनाको की सबसे धनी महिला लॉरियल हाइरेस से भी रकम लेने के आरोप हैं।

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