वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा बयान- विकास दर कम हुई, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मंदी है

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि विकास दर में कमी आई है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मंदी है. वित्त मंत्री ने राज्यसभा में बताया कि 2009-2014 के अंत में भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 6.4% थी, जबकि 2014-2019 के बीच यह 7.5% पर थी. उन्होंने कहा कि यदि आप अर्थव्यवस्था को समझदारी से देख रहे हैं, तो आप समझेंगे कि विकास दर में कमी आई है, लेकिन यह मंदी नहीं है और न होगी. बता दें कि वित्त मंत्री देश की अर्थव्यवस्था की दशा पर राज्यसभा में हो रही चर्चा में बोल रहीं थीं.

आर्थिक संकट की तरफ बढ़ रहे हैं हम: कांग्रेस

बता दें कि राज्यसभा में दो बजे से देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा की शुरुआत हुई. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने चर्चा की शुरुआत में कहा कि जीडीपी दर घट रहा है. उन्होंने कहा कि रोजगार घट रहे हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं भारत का किसान थाई थाई कर रहा है. उन्होंने कहा कि अमीर और गरीब के बीच में खाई बढ़ती जा रही है. पिछले 5 सालों में देश के एक फीसदी अमीरों की हिस्सेदारी देश के संपत्ति में 40 फीसदी से बढ़कर 60 फीसदी हो गई है. आज जो हालात हैं वह केवल स्लोडाउन नहीं है. हम बहुत ही गहरे आर्थिक संकट की तरफ बढ़ चले हैं.

उन्होंने कहा कि निवेश में करीब सात फ़ीसदी की गिरावट आई है. सरकारी निवेश और निजी निवेश दोनों ही घटा है. उन्होंने कहा कि जीडीपी 4 परसेंट पर जा पहुंचा है, साथ ही मैन्युफैक्चरिंग में भी गिरावट आई है, जिसके चलते फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं और कर्मचारियों को भी निकाला जा रहा है.

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