सिद्ध पीठ रजरप्पा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, महामाया दरबार में भी कलश स्थापित

रामगढ़.। सिद्ध पीठ रजरप्पा सहित पूरे रामगढ़ जिले में कलश स्थापना के साथ ही शारदीय नवरात्र का प्रारंभ हो गया है। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के नौ रूपों में से पहले रूप मां शैलपुत्री की आराधना की गई। रामगढ़ शहर में कई स्थानों पर पूजा पंडालों में कलश स्थापना की गई है। बिजुलिया दुर्गा मंडप, चट्टी बाजार, प्राचीन दुर्गा मंडप, थाना चौक, सुभाष चौक, मिलोनी क्लब के अलावा जिले के अन्य इलाकों में भी मां दुर्गा की आराधना शुरू की गई।

रामगढ़ के प्रसिद्ध महामाया दरबार माया डूंगरी में भी कलश स्थापना की गई है। महामाया दरबार में यजमान दामोदर महतो और अर्चना महतो के द्वारा भगवती की पूजा अर्चना की गई। मां का पहला स्वरूप ‘शैलपुत्री’ हैं। ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम ‘शैलपुत्री’ पड़ा है। रामगढ़ जिले में प्रसिद्ध घुटुआ मैदान में दशहरा मेला की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इन स्थानों पर पंडालों को आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। पूजा पंडाल 5 दिनों में बनकर तैयार हो जाएंगे। घुटुआ मेला के मद्देनजर बरकाकाना ओपी पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि दशहरा को लेकर मां छिन्नमस्तिका के दरबार में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

रजरप्पा पीकेट में तैनात सिपाहियों को विशेष तौर पर निर्देश दिया गया है। इसके अलावा रजरप्पा थाना पुलिस को भी मंदिर के आसपास सुरक्षा के इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है। रामगढ़ डीसी संदीप सिंह ने बताया कि रामगढ़ जिले में दशहरा को लेकर सभी स्थानों पर शांति समिति की बैठक कर ली गई है। रजरप्पा में दंडाधिकारी की नियुक्ति भी 10 दिनों के लिए कर दी गई है। रजरप्पा न्यास समिति को भी माता के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए कतार लगाकर दर्शन कराने का निर्देश दिया गया है। 

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