रांची। नूतन संवत्सर के आरम्भ होते ही मंदिर के चारों ओर सम्प्रदायानुसार नये-नये ध्वजा-पताका लगाये गये। प्रातः ब्रह्ममुहूत्र्त में ब्रह्माण्ड के स्वामी श्रीतिरूपति बालाजी का हुआ मंगल स्नान। श्रीभगवान् दम्पत्ति को नूतन वस्त्राभूषणादि परिधान से सुशोभिक कर सुवासित पुष्पों से हुआ भव्य श्रृंगार। फिर शुभ, शान्ति और कल्याणमयी आरतीयाँ उतारी गई। खीर, खिचड़ी, फल और मेवा का लगा बाल भोग। भाँति-भाँति के वैदिक मंत्रों, उपनिषदों तथा द्रविड़ वेद के देशिक स्तोत्रों से स्तवन हुआ। गायन, वादन तथा पूजन से सम्पूर्ण दिन आनंदोत्सव के रूप में मनाया गया। सांय 5:30 बजे भगवान् श्रीमन्नारायण समेत श्रीश्रीदेवी और श्रीभूमि देवी को सजे हुए पीठम् पर बाहर जगमोहन में विराजमान कराकर पा´्चरात्र आगम विधि से पूजनादि संपादन कर पंचाग पठनम् किया गया। हिन्दी व संस्कृत में पंचाग-पठन कर अर्चक: श्री सत्यनारायण गौतम ने नूतन संवत्सर का फल श्रवण कराया। तमिल (द्रविड़) क्षेत्र भगवान् का निवास क्षेत्र है और ब्रह्माजी के द्वारा वरदान स्वरूप अगस्त ऋषि द्वारा रचित द्रविड़ मंत्रों से श्री भगवान् की स्तुति कलियुग में विशेष फलदायक है। इसलिए तमिल भाषा में श्री एन0 रामास्वामी ने पंचांग पठन् कर वर्ष फल सुनाया। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत् 2076 का नाम परिधावी (प्रमादि) है। इस वर्ष का राजा-शनि, मंत्री-सूर्य, सस्येश-मंगल, धान्येश-सोम, मेधेश-शनि, रमेश-गुरू, नीरशेष-सोम, फलेश-रवि और धनेष -मंगल है। इस वर्ष विदेश व्यापार की स्थितियों में सुधार होेगा। जो कि भारतवर्ष के लिये सामान्यतः उत्तम एवं सुभद होगा। भारत की वित्तिय योजना में सुधार होगा। रक्षा बजट पर बल दिया जायेगा। बाल कल्याण और महिलाओं के हित में कार्य होंगे। देश के कुछ प्रांतों में प्राकृतिक आपदायें और राजनैतिक समस्यायें उत्पन्न होंगे। इस वर्ष जनता के लिये शुभाशुभ मिश्रफल कारक होगा। अंत में भगवान् श्रीवेंकटेश से देश व प्रजा के हित के लिये, सुख, शांति, समृद्धि, आयु-आरोग्यादि के लिये मंगल प्रार्थना किया। आज नववर्ष के उपलक्ष्य पर उद्यास्तमन सेवा (अभिषेक सहित) के यजमान:- अशोक कुमार-वीणा सिंह रांची से थे। जबकि खिचड़ी महाप्रसाद शशिभूषण-वीणा सिंह की ओर से निवेदन किया गया। इनकी रही भागीदारी सर्व रामअवतार नारसरिया, राजेश सुलतानिया, सुशील मोदी, सुशील गाड़ोदिया, धनश्याम दास शर्मा, प्रदीप नारसरिया, अभिषेक सिंह, अनूप अग्रवाल, एन0 रामास्वामी, जगमोहन नारसरिया, रंजन सिंह, गौरी शंकर साबू, सत्यनारायण शर्मा, यशोदा देवी, छाया दुबे, सीता शर्मा।
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