जामिया उम्मे हबीबा लिलबनात कांके नगड़ी में शैक्षणिक प्रदर्शन
रांची: शिक्षा प्रकाश है और अज्ञान अंधकार है। जहां शिक्षा है वहां अंधकार नहीं हो सकता। शिक्षा के बिना मनुष्य अधूरा है। परिस्थितियों और परीक्षाओं से डरने की जरूरत नहीं है। परिस्थितियाँ कैसी भी हों, अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाएँ। शिक्षा आपके बच्चों को आगे बढ़ाएगी। उपरोक्त बातें हजरत मौलाना कारी अंसारुल्लाह कासमी खतीब मदीना मस्जिद हिंदपीढ़ी रांची ने कही। वह रविवार को जामिया उम्मे हबीबा लिलबनात कांके नगड़ी में एक शैक्षणिक प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में पूरे तरीके से प्रवेश करें। मदरसा, मकतब और उलेमा की कद्र करें। वहीं, हजरत मौलाना मुफ्ती मुजम्मिल ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पहले तुम्हें शिक्षा से तोड़ दिया जायेगा, फिर तुम्हें किसी अपराध से जोड़ दिया जायेगा। इसलिए शिक्षा के महत्व को समझें। वहीं, हजरत मौलाना शाहबाज ने कहा कि अल्लाह को अपना बनाने की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता हजरत मौलाना कारी अंसारुल्लाह कासमी ने की और संचालन हजरत मौलाना मेराज अशरफ ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना हाफिज मुदस्सर की तिलावत कुरान -ए-पाक से हुई। नात नबी कारी कौसर और हाफिज अताउल्लाह रहबर ने पढ़ी। कारी रमजान और मौलाना नूरुल्लाह कासमी ने सभी मेहमानों का स्वागत किया। मौके पर हजरत मौलाना इकबाल नैयर, हजरत मौलाना महमूद रशीदी, मुफ्ती मुजम्मिल, मौलाना शाहबाज, कारी जहांगीर, हाफिज अत्ताउल्लाह, मौलाना मुदस्सर, हाफिज इम्तियाज, कारी कौसर, हाफिज हारून, हाजी शमीम अख्तर, हाजी जलालुद्दीन, हाजी रफीक, हाजी जमरुद्दीन, यासीन, हुसैन, अशरफ अंसारी, मौलवी अफ्फान, मुहम्मद आदम, जाकिर हुसैन, निज़ाम, रफीक अंसारी, जान मुहम्मद, सद्दाम हुसैन, मुहम्मद निसार, मुहम्मद इमरान, मो रिजवान, मो लुकमान, मो आजाद, मो शरीफ, मो सुबहान समेत कई लोग थे।
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