रांची। पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) का कुख्यात अपराधी प्रकाश मिश्रा रांची रिनपास के कैदी वार्ड में रहकर खुलेआम मोबाइल का उपयोग कर रहा था। वह पिछले कुछ दिनों से जमशेदपुर के कारोबारी को रंगदारी के लिए धमकी दे रहा था। जमशेदपुर एसएसपी की सूचना पर रांची जिला प्रशासन की टीम ने रविवार की सुबह रिनपास के कैदी वार्ड में छापेमारी कर प्रकाश मिश्रा के पास से दो स्मार्टफोन, दो चार्जर, छोटा कैंची, शराब की बोतल, फोन बुक, आधार संबंधी कागजात बरामद किए गए। सामान जब्त करते हुए नियमानुसार अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।
बताया जा रहा है कि प्रकाश मिश्रा पहले रांची के होटवार जेल में बंद था। इस दौरान वह मानसिक बीमारी की बात कहकर भर्ती हो गया। वहीं से वह खुलेआम मोबाइल का उपयोग कर रहा था और कारोबारी को धमकी दे रहा था। इस मामले में रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने रविवार को बताया कि जमशेदपुर पुलिस से मिली सूचना के बाद एसडीओ के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया था। टीम ने छापेमारी में कई सामान बरामद किये है।
जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र जेम्को में बीते 17 अगस्त की शाम बाइक से आये बदमाशों ने सिद्धि इंटरप्राइजेज के पार्टनर महेश मिश्रा पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस हमले में वे बाल-बाल बच गये लेकिन उनके साथ गाड़ी में बैठे सूरज यादव (26) को गोली लग गयी। मौके पर बदमाशों ने 12 राउंड गोलियां चलायी थी, जो महेश मिश्रा की गाड़ी के बोनेट और शीशे में लगी थी। हमले के पीछे होटलवार जेल में बंद प्रकाश मिश्रा पर शक जताया गया था। प्रकाश मिश्रा ने घाघीडीह जेल में बंद नीरज दुबे और उसके सहयोगियों से हाथ मिला लिया है और यह हमला उसी का परिणाम बताया जा रहा है।
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