Ranchi: मां कलावती हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर सिडरौल नामकुम रांची में सेवा ही मेवा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर धनबाद के संस्थापक प्राचार्य डॉ वासुदेव प्रसाद ने सर्वप्रथम हॉस्पिटल के वरीय चिकित्सक (फिजिशियन) डॉ तेज प्रताप सिंह को सॉल से सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ तेज प्रताप ने कहा कि सेवा परमो धर्म ही चिकित्सा है। मुख्य वक्ता डॉ वासुदेव प्रसाद ने कहा कि जिसके मन में दूसरों का हित का दीप हमेशा प्रज्वलित होता है उसे दुर्लभ से दुर्लभ वस्तु सुलभ होती है और वह आनंदित रहता है। भारतवर्ष अर्थात हर क्षेत्र में प्राचीन काल से ही विकसित रहा है। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में कार्यरत सभी की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। सबों में सेवा का भाव ही विकसित भारत @2047का संकल्प को बतलाया है। संगोष्ठी के लिए संस्थान के चेयरमेन डॉ रामजी यादव ने सभी को शुभकामना प्रेषित किया साथ ही कहा कि इस तरह की संगोष्ठियों से सेवा का भाव ओर भी मजबूती मिलती है। संगोष्ठी में सेवक सेविका एवं नर्स सभी ने भाग लिया जिसमें संदीप, सरोज, गंगा कुमारी , मनीषा, सरिता कुल्लू, सन्नी, श्वेता संगा, डॉली, संतोष, पंकज,मीणा देवी, शांति गुड़िया, गीता देवी, सुनीता देवी, संगीता तिर्की, अजीत सहित सभी लोग उपस्थित रहे।राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।
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