जल, जंगल और जमीन की रक्षा के साथ लागू हो सरना धर्म कोड : डबलू मुंडा

रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन को जनादेश मिलने के बाद शुक्रवार को आदिवासी मूलवासी मंच के सैकड़ों कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और उन्हें 51 किलो के फूल से बने माला को पहनाकर उनका सम्मान किया। इस दौरान आदिवासी मूलवासी मंच के लोगों ने आदिवासियों के ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा की।
आदिवासी मूलवासी मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सूरज टोप्पो ने बताया कि वे एक सप्ताह के बाद झामुमो में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि आदिवासी मूलवासियों के वोट से बहुमत की सरकार बनी है। झारखंड से पलायन को रोकने के लिए राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाये जाने की बात रखी। उन्होंने कहा कि अंचल में कर्मचारी बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करते हैं तो वैसे कर्मचारियों को चिन्हित कर कार्रवाई होनी चाहिए।
कांके रोड सरना समिति के अध्यक्ष डबलू मुंडा ने मुख्यमंत्री से झारखंड में जल, जंगल और जमीन के रक्षा की मांग की। राज्य के आदिवासियों के हित में काम करने पर जोर देने की अपील की। सरना धर्म कोड देश में लागू कराने पर भी जोर दिया। डबलू मुंडा ने कहा कि तेजी से आदिवासियों की धार्मिक जमीन का हस्तांतरण हो रहा है। ऐसे में जमीन को चिन्हित कर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।
अध्यक्ष रंजित टोप्पो ने कहा कि आदिवासियों के लिए उद्योग खोलने का काम किया जाये। सरकार की ओर से सीएनटी एक्ट की जमीन पर लोन उपलब्ध कराये जाएं।
इसके पूर्व आदिवासी मूलवासी मंच के सैकड़ो कार्यकर्ता डॉ रामदयाल फुटबॉल मैदान से मुख्यमंत्री आवास तक जुलुस निकाला। इस दौरान पारंपरिक वाद्ययंत्र पर थिरकते रहे। ये कार्यकर्ता मुख्यमंत्री हाउस में पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धून पर थिरकते रहे। मुख्यमंत्री बनने की खुशी में मुख्यमंत्री हाउस पर पटाखे भी फोड़े गए। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बधाई दी। उन्हें सरना अंग वस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण मुंडा, कुमोद कुमार वर्मा, मोहन तिर्की, मिथलेश कुमार, अमित मुंडा, अजीत लकड़ा, विक्की करमाली, अनिल उरांव, डबलु मुंडा, खुशबू नायक, रोहित कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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